मन की शक्ति

मन में दिन रात हजारों तरंगें उठती रहती है और ब्रह्मांड से टकराती रहती है। हमारा ब्रेन एक पावरहाउस की तरह है, हमें जिसका सही उपयोग करने नही आता। हमारे मन में निर्माण और विध्वंश दोनो सख्ती है।

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