माँ की गोद

वो बेशकीमती चीज़ जिसकी कोई कीमत नही, शायद मैं इतना बड़ा कभी न हो पाऊंगा की इसकी कीमत अदा कर पाऊं। वही मेरा पालना है वही बिछावन वही तकिया वही नींद वही सुकून  चैन। वह अपने आप में एक अलग ही संसार है जहां दुनिया का हर फिक्र दुख तकलीफ खत्म हो जाता है।

Comments

Popular Posts